आज के आर्टिकल में आपके साथ Shiv Ji Ke 108 Naam की लिस्ट शेयर करने जा रहे हैं. भारत में जब भी भगवान की आती हैं तो सबसे पहले शिव जी का नाम लिया जाता हैं क्योंकि भगवान शिव त्रिमूर्ति के रूप में जाने जाते हैं जिनमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर (शिव) शामिल हैं. भगवान शिव हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण देवता हैं और इन्हें देवों के देवों महादेव के रूप में जाना जाता हैं. भगवान शिव इकलौते ऐसे भगवान हैं जिनका कोई ना आदि हैं ना अंत हैं. इनका ना तो जन्म हुआ हैं और ना ही ये मृत्यु को प्राप्त होंगे. भगवान शिव अजन्मे हैं. इस दुनिया में ऐसा कोई भगवान नही हैं जिनका जन्म नही हुआ हैं. शिव जी को छोड़कर सभी भगवान का जन्म हुआ हैं और वह सभी मृत्यु को भी प्राप्त होते हैं. आपको बता दे भगवान शिव अन्य देवता की तुलना में सबसे भोले हैं.
माना जाता हैं कि शिव जी आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं, इसलिए इनका नाम भोलेनाथ हैं. भगवान शिव को एक दयालु और उदार देवता माना गया हैं. वे सभी भक्तों की सहायता करने के साथ हैं उनके कष्टों को भी दूर करते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे शिव जी के बारे में कई किंवदंतियाँ और पुराणिक कथाएं हैं जिनमें उनके विभिन्न रूप, लीलाएँ और महत्व का वर्णन किया गया हैं. भगवान शिव की लीलाएँ और कितने शक्तिशाली देवता हैं इस बात से हम सभी परिचित हैं परंतु क्या आपको मालूम हैं Bhagwan Shiv Ji Ke 108 Naam क्या हैं. अगर आप भी इस जानकारी से अनजान हैं तो यह स्पेशल आर्टिकल आपके लिए हैं. तो आईये जानते हैं Bholenath Ke 108 Naam कौन-कौन से हैं.
Shiv Ji Ke 108 Naam With Meaning
- महादेव – सर्वश्रेष्ठ देव
- मृत्युंजय – मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाले
- महाकाल – समय के महान स्वामी
- भोलेनाथ – भोलेपन के स्वामी
- भंगी – भंग करने वाले
- त्रिलोचन – तीन नेत्र वाले
- नीललोहित – नीले रंग वाले
- शंकर – कल्याण करने वाले
- भोलेनाथ – भोले भाव से प्रसन्न
- विश्वनाथ – समस्त विश्व के स्वामी
- भैरव – भयंकर
- महाकाल – समय के महान स्वरूप
- शूलपाणि – त्रिशूल धारी
- पशुपति – पशुओं के स्वामी
- उमापति – पार्वती के पति
- नीलकण्ठ – नीले गले वाले
- जटाधर – जटाएँ धारण किए हुए
- महाकाल – समय के महान् स्वामी
- नीलकंठ – नीले गले वाले
- भगवान – समस्त भाग्य विधाता
- शिव – कल्याणकारी
- महादेव – सर्वोत्कृष्ट देव
- भूतनाथ – भूतों के स्वामी
- रुद्र – प्रलय करने वाले
- शंभु – कल्याणकारी
- पिनाकी – पिनाक धारी
- पशुपति – पशुओं का रक्षक
- अहिर्बुध्न्य – सर्पों से सजा हुआ
- धूम्रवर्ण – धूम्र वर्ण वाले
- चन्द्रशेखर – चंद्रमा का स्वामी
- भस्मेश – भस्म किये हुओं का ईश्वर
- ईशान – सुख और समृद्धि के दाता
- भव – संसार का रक्षक
- रुद्र – भयंकर रूप धारण करने वाले
- भुजंगभूषण – सांपों से सुसज्जित
- महाकाल – काल के अधिपति
- दक्षिणामूर्ति – दक्षिण मुखी मूर्ति
- रुद्र – रोष का अवतार
- शर्व – सृष्टि का विनाशक
- शंभु – कल्याणकारी
- कृपालु – दयालु
- भूतपति – भूतों का स्वामी
- स्थाणु – स्थिर और शांत
- भव – संसार का रक्षक
- दिगम्बर – दिशाओं का रक्षक
- गिरीश – पहाड़ों का राजा
- गिरिश – पर्वतों का राजा
- अघोर – भयानक
- रुद्र – रोष का अवतार
- भुजगेश – सर्पों का राजा
- महादेव – महान देवता
- सदाशिव – सदा से मंगलमय
- मृत्युंजय – मृत्यु पर विजयी
- खण्डपरशु – खंड-परशु धारी
- चिदंबर – आकाश के समान वस्त्र धारी
- भगवान – समस्त भाग्य विधाता
- भव – संसार का पालन कर्ता
- पिनाकी – पिनाक धारी
- प्रमथादिनाथ – प्रथम नाथ
- गंगाधर – गंगा का धारक
- ललाट – ललाट पर त्रिपुण्ड धारण करने वाले
- ध्यानी – ध्यान में लीन
- गिरीश – पहाड़ों का स्वामी
- गिरीशा – पहाड़ों की रानी
- कैलासनाथ – कैलाश पर्वत के राजा
- देवेश – देवताओं का ईश्वर
- देवधर – देवताओं का धारक
- गिरिश – पर्वतों का राजा
- सर्वव्यापी – सर्वत्र व्याप्त
- सर्वेश – सभी का ईश्वर
- भव – संसार का रक्षक
- सर्व – सभी का कारण
- कैलासवासी – कैलाश पर्वत निवासी
- भूतपति – भूतों का शासक
- स्थाणु – स्थिर और शांत
- पशुपती – पशुओं का स्वामी
- शंभू – सृष्टिकर्ता और पालनकर्ता
- भव – प्राणियों के जीवन का सहारा
- त्रयीम्बक – तीन नेत्र धारी
- शंभो – परम कल्याणकारी
- उमापति – पार्वती के पति
- नागेश – सर्पों का ईश्वर
- विश्वनाथ – संसार का स्वामी
- पशुपति – पशुओं का अधिपति
- भगवान – समस्त भाग्य विधाता
- शंभुर – कल्याण स्वरूप
- पिनाकी – पिनाक धारी भगवान
- प्रजापति – प्राणियों का रचयिता
- विश्वनाध – संसार का आधार
- धर्मेश्वर – धर्म का ईश्वर
- विश्वेश्वर – संसार का ईश्वर
- भगवतीश्वर – भाग्यदात्री ईश्वर
- महादेव – महान देव
- महेश्वर – महान ईश्वर
- विश्वेश – संसार का राजा
- धर्मपति – धर्म का स्वामी
- अव्यय – अविनाशी
- हर – सब का नाश करने वाला
- खंडपरशुधर – खंड परशु धारी
- नीललोहित – नीले रंग वाले
- मृत्युञ्जय – मृत्यु पर विजयी
- शङ्कर – कल्याणकारी
- कालाग्निरुद्र – काल अग्नि के समान भयंकर
- हरी – हरने वाला, विनाश करने वाला
- शर्व – सृष्टि का विनाशक
- शर्वो – सृष्टि का व्यापक
- कपर्दिन – कपाल में जटाएँ रखने वाले
- कर्पूरद्रविनेष्ठित – कपूर में लीपे हुए
Shiv Ji Ke 108 Naam Ka Jaap
- ॐ नमः शिवाय
- ॐ शशिशेखराय नमः
- ॐ वामदेवाय नमः
- ॐ विरूपाक्षाय नमः
- ॐ शूलिने नमः
- ॐ हराय नमः
- ॐ अशोकाय नमः
- ॐ महेश्वराय नमः
- ॐ शम्भवे नमः
- ॐ पिनाकिने नमः
- ॐ कपालिने नमः
- ॐ नीलकण्ठाय नमः
- ॐ भीमाय नमः
- ॐ सर्वज्ञाय नमः
- ॐ विश्वेश्वराय नमः
- ॐ विरूपाक्षाय नमः
- ॐ अनन्ताय नमः
- ॐ भास्कराय नमः
- ॐ शशिशेखराय नमः
- ॐ अर्धचन्द्राय नमः
- ॐ मृत्युञ्जयाय नमः
- ॐ महेश्वराय नमः
- ॐ वरदाय नमः
- ॐ सर्वेश्वराय नमः
- ॐ अनादिनाथाय नमः
- ॐ अम्बिकानाथाय नमः
- ॐ विशालाक्षाय नमः
- ॐ शिवाय नमः
- ॐ शर्वाय नमः
- ॐ ईशानाय नमः
- ॐ धनाध्यक्षाय नमः
- ॐ सर्वज्ञाय नमः
- ॐ वामदेवाय नमः
- ॐ सदाशिवाय नमः
- ॐ रुद्राय नमः
- ॐ वामदेवाय नमः
- ॐ मृत्युञ्जयाय नमः
- ॐ धनाध्यक्षाय नमः
- ॐ वायवे नमः
- ॐ पार्थसारथय नमः
- ॐ व्याघ्राय नमः
- ॐ नाथाय नमः
- ॐ सोमाय नमः
- ॐ विश्वरूपाय नमः
- ॐ अनन्ताय नमः
- ॐ नागेशाय नमः
- ॐ भवाय नमः
- ॐ सर्वाय नमः
- ॐ पशुपतये नमः
- ॐ भीमाय नमः
- ॐ अशोकाय नमः
- ॐ महादेवाय नमः
- ॐ शाश्वताय नमः
- ॐ शिपिविष्टाय नमः
- ॐ शूलिने नमः
- ॐ केतवे नमः
- ॐ वर्धनाय नमः
- ॐ अनिलाय नमः
- ॐ नीललोहिताय नमः
- ॐ शिपिविष्टाय नमः
- ॐ महादेवाय नमः
- ॐ सदाशिवाय नमः
- ॐ शम्भवे नमः
- ॐ धनाध्यक्षाय नमः
- ॐ भास्कराय नमः
- ॐ रवये नमः
- ॐ अग्निशीलाय नमः
- ॐ सर्वदेवाय नमः
- ॐ सदानन्दाय नमः
- ॐ हराय नमः
- ॐ सुरासेनाय नमः
- ॐ सुखप्रदाय नमः
- ॐ सुखाय नमः
- ॐ सुखात्मने नमः
- ॐ धृतव्रताय नमः
- ॐ गौरीपतये नमः
- ॐ वर्धनाय नमः
- ॐ धन्याय नमः
- ॐ विश्वरूपाय नमः
- ॐ अनन्ताय नमः
- ॐ धनाध्यक्षाय नमः
- ॐ धृतिस्थाय नमः
- ॐ सहस्राक्षाय नमः
- ॐ भगवते नमः
- ॐ सुरार्चिताय नमः
- ॐ सुरासुर वन्दिताय नमः
- ॐ शशिनेत्राय नमः
- ॐ अशोकाय नमः
- ॐ आशुतोषाय नमः
- ॐ चण्डिशाय नमः
- ॐ वामदेवाय नमः
- ॐ सुरवर्चसे नमः
- ॐ सुखश्रीकराय नमः
- ॐ सुरानन्दनाय नमः
- ॐ सुखदाय नमः
- ॐ सुखकराय नमः
- ॐ सुरारिघ्ने नमः
- ॐ सुरानन्दाय नमः
- ॐ सुरकान्ताय नमः
- ॐ सुखप्रदाय नमः
- ॐ सुखब्रह्मने नमः
- ॐ सुखश्रीकराय नमः
- ॐ सुखभवाय नमः
- ॐ सुखाय नमः
- ॐ सुखरूपाय नमः
- ॐ सुखेश्वराय नमः
- ॐ सुखात्मने नमः
- ॐ सुखदाय नमः
Shiv Ji Ke 108 Naam In Hindi Se Related FAQ
शिव के 108 नाम जपने से क्या लाभ होते हैं?
शिव के 108 नाम जपने से कई लाभ होते हैं जिनमें शांति, समृद्धि, ज्ञान और मोक्ष शामिल हैं.
शिव जी के कितने नाम हैं?
शिव जी के 108 नाम हैं और सबसे लोकप्रिय 12 नाम हैं.
महादेव के 8 नाम क्या हैं?
महादेव के 8 नाम महादेव, शंकर, नीलकंठ, त्रिलोचन, एकमुख, चतुर्मुख, भोलेनाथ और शिव हैं.
महादेव के बेटे का क्या नाम हैं?
महादेव के बेटे का नाम गणेश जी और भगवान कार्तिकेय हैं.
शिव का छोटा नाम क्या हैं?
शिव का छोटा नाम शिव और भोले हैं.
Conclusion
इस आर्टिकल के जरिये मैंने आपके साथ Shiv Ji Ke 108 Naam की लिस्ट शेयर किया हैं. मुझे उम्मीद हैं आपको भगवान शिव यह नाम जरूर पसंद आया होगा. अब तक आप शिव जी को कुछ गिने-चुने लोकप्रिय नामों से जानते आ रहे थे लेकिन अब आप भगवान शिव को अन्य नामों से भी जान चुके हैं. भगवान शिव एक शक्तिशाली देवता माने जाते हैं और बुराई एवं अज्ञानता को दूर करते हैं. भगवान शिव हिंदू धर्म में एक लोकप्रिय देवता हैं और इन्हें सभी वर्गों एवं समुदायों के लोग पूजते हैं. अगर आप भी मेरी तरह भगवान शिव के सच्चे भक्त हैं तो इस आर्टिकल को सभी लोगों के साथ शेयर अवश्य करे.